भोपाल । खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों की जानकारी के लिये यह बहुत खास है, क्योंकि अगले मंगलवार को उनका मंगल से सामना सामना होगा। आगामी मंगलवार, 13 अक्टूबर को मंगल, पृथ्वी और सूर्य एक सीध में आ रहे हैं। इस दिन शाम के समय जब पश्चिम में सूर्य अस्त हो रहा होगा तो पूर्व में मंगल उदित हो रहा होगा। इस समय सबसे नजदीक होने के कारण यह ग्रह बड़ा एवं स्पष्ट दिखाई देगा। 
 
राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त भोपाल की विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने शुक्रवार को हिन्दुस्थान समाचार से बातचीत में बताया कि इस खगोलीय घटना को मार्स एट अपोजिशन कहा जाता है। उन्होंने बताया कि इस सप्ताह मंगल की पृथ्वी से दूरी भी दूरी घटकर लगभग 6 करोड़ 20 लाख किलोमीटर रह गई है। अब इससे कम दूरी के लिये 11 सितम्बर 2035 का इंतजार करना होगा, जब यह दूरी 5 करोड़ 69 लाख किलोमीटर रहेगी।
सारिका ने बताया कि मंगल का पास आना और मंगल का सीध में आना दो अलग-अलग घटनाएं होती हैं। इस बार 6 अक्टूबर को मंगल पृथ्वी के सबसे पास आया, लेकिन 13 अक्टूबर को मंगल, पृथ्वी और सूर्य एक सीध में होंगे। 
 
 उन्होंने बताया कि मंगल और पृथ्वी हर 26 माह बाद एक-दूसरे के पास आ जाते हैं। दोनो ग्रहों के अंडाकार पथ में घूमने के कारण तथा पृथ्वी और मंगल की कक्षा कुछ डिग्री से झुकी होने के कारण इस दूरी का मान घटता-बढ़ता रहता है। वर्ष 2003 में हम मंगल के जितने नजदीक थे, उतनी नजदीकी तो अब 2287 में आ पायेगी। हर दो साल में आने वाली नजदीकी के समय मंगल पर अंतरिक्ष अभियान भेजने का सबसे अच्छा समय होता है। नासा का पर्सेवेरेन्स रोवर मंगल की यात्रा पर है, जो कि फरवरी 2021 में मंगल पर उतरेगा। इसके अलावा यूएई और चीन के भी अंतरिक्षयान मंगल की यात्रा कर रहे हैं।
 
शनि और गुरु भी बढ़ा रहे हैं नजदीकियां
 
उन्होंने बताया कि इस समय आकाश में 20 साल बाद गुरू और शनि भी अपनी नजदीकियां बढ़ा रहे हैं, इसलिये शाम के समय जब आप आकाश में देखेंगे तो चमकता गुरु और उसके साथ जोड़ी बनाता शनि दिखेगा। इसके साथ ही पूर्व दिशा में लालिमा के साथ तेज चमकता नजदीकी मंगल का दीदार होगा। चंद्रमा भी इस समय देर रात को उदित होगा इसलिये उसकी चमक भी इन्हें देखने में बाधा नहीं बनेगी।

 

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