जयपुर, 24 अगस्त । राजस्थान विधानसभा में सभापति राजेन्द्र पारीक ने सोमवार को पन्द्रहवीं विधानसभा की कार्यवाही शाम 5 बजे अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने प्रश्नकाल, शून्यकाल नहीं होने और सदन के पटल पर रखे गए विधेयकों को लेकर जोरदार हंगामा किया और सदन से बहिगर्मन किया। इसके बाद विधयेक पर चर्चा के दौरान भी सदन में हंगामा चलता रहा। इसके चलते सदन की कार्यवाही चार बार स्थगित करना पड़ी। विधानसभा में सोमवार को सरकार पांच और विधेयक लाना चाहती थी लेकिन सरकार के प्रतिवेदन पर विपक्षी भाजपा ने आपत्ति की। हंगामा बढऩे पर आसन ने सदन की कार्यवाही को कुछ समय के लिए स्थगित कर दी। इसके बाद जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई हंगामा शुरू हो गया। इस पर स्वायत शासन मंत्री शांति धारीवाल ने हंगामा कर रहे उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ को सदन से बाहर निकालने का प्रस्ताव रखा। अध्यक्ष ने उनके प्रस्ताव को मान लिया और राठौड़ को बाहर जाने के लिए कहा। इस पर विपक्षी सदस्य नाराज हो गए और वेल में आकर हंगामा करने लगे। लिहाजा, आसन ने एक बार फिर सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया। सदन की कार्यवाही एक बार फिर शुरू होते ही सत्ता पक्ष आसन के आदेश को अमल में लाने पर अड़ गया, जिससे गतिरोध बना रहा। इस बीच हो-हल्ले और हंगामे के दौरान आठ विधेयक पारित हो गए। इनमें कुछ पर चर्चा हुई और कुछ पर नहीं हुई। सदन में नेता प्रतिपक्ष गुलाबंचद कटारिया ने कहा कि भाजपा एक ही दिन में 5 नए बिल लाने के खिलाफ है, हमारा वॉकआउट है। यह कहकर भाजपा विधायकों ने सदन की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया और बाहर निकल गए। कटारिया ने सदन में महत्वपूर्ण सेशन प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं होने को लेकर असंतोष जताया। इसे लेकर कुछ देर के लिए हंगामे की स्थिति बनी रही। प्रश्नकाल व शून्यकाल स्थगित करने के विरोध में नेता प्रतिपक्ष कटारिया की अगुवाई में भाजपा विधायकों ने सांकेतिक बहिर्गमन भी किया। इस दौरान अध्यक्ष डॉ. जोशी और उपनेता प्रतिपक्ष राठौड़ के बीच हलकी नोंक-झोंक भी हुई। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में सियासी संकट खत्म होने के बाद सरकार ने राज्यपाल से सदन बुलाने का आग्रह किया था। सदन की पहली बैठक 14 अगस्त को हुई, जिसमें सरकार ने विश्वास मत हासिल किया। इसके बाद 21 अगस्त को कोरोना महामारी पर चर्चा हुई। सरकार के जवाब के बाद सदन में आठ बिल पारित होने थे, लेकिन सदन को 24 अगस्त तक स्थगित कर दिया गया। विधानसभा में सोमवार को राजस्थान भिखारियों या निर्धन व्यक्तियों का पुनर्वास (संशोधन) विधेयक 2020, राजस्थान विधान सभा अधिकारियों तथा सदस्यों की परिलब्धियां और पेंशन (संशोधन) विधेयक 2020, राजस्थान स्टाम्प (संशोधन) विधेयक 2020, राजस्थान आबकारी (संशोधन) विधेयक 2020, राजस्थान कृषि उपज मण्डी (द्वितीय संशोधन) विधेयक 2020, राजस्थान माल और सेवा कर (द्वितीय संशोधन) विधेयक 2020, राजस्थान माल और सेवा कर (तृतीय संशोधन) विधेयक 2020 तथा राजस्थान विशेष न्यायालय (निरसन) विधेयक 2020 ध्वनिमत से पारित किए गए।

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