कोटा 18 अगस्त। स्वायत्त शासन, नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सभी अधिकारी कार्ययोजना बनाकर इस प्रकार कार्य करें कि लोग जागरूक होने के साथ-साथ संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रशासन के बेहतर प्रबंधन में सहभागी बनें।
स्वायत्त शासन मंत्री मंगलवार को टैगोर सभागार में कोरोना की रोकथाम के लिए किये जा रहे प्रयासों की समीक्षा करते हुए उपस्थित अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना की रोकथाम के लिए बेहतर प्रबंधन किया जाना आवश्यक है। किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं हो, लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ समय पर उपचार की सुविधा मिल सके यह सुनिश्चित किया जाये।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि कोरोना संक्रमण फैलने का कारण पता करें तथा उसी दिशा में रोकथाम के प्रयास किये जायें। उन्होंने शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जहां संक्रमण अधिक फैल रहा है उसे चिन्हित कर विविध स्तरीय कार्ययोजना तैयार कर आमजन का भी सहयोग लें। उन्होंने कोरोना से बचने के लिए चलाये जा रहे जागरूकता अभियान में भी सभी विभागों की भागीदारी सुनिश्चित करते हुए स्वयंसेवी संस्थाओं, व्यापारिक संगठनों का भी सहयोग लेने तथा प्रत्येक चिकित्सा संस्थानवार टीम बनाकर जागृति रैली निकालने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में मौसमी बीमारियों के कारण लोग परेशान नहीं हों इसके लिए अभी से तैयारी सुनिश्चित करते हुए सभी चिकित्सा संस्थानों में आवश्यक संसाधन व चिकित्सकों को तैयार रहने के निर्देश दिये।

स्वायत्त शासन मंत्री श्री शांति धारीवाल टैगोर सभागार में बैठक लेते हुए ।

होम क्वारेन्टाईन में नहीं हो परेशानी
स्वायत्त शासन मंत्री ने कहा कि कोरोना के ऐसे संक्रमित रोगी जिनमें लक्षण दिखाई नहीं दे रहे हैं उन्हें होम क्वारेन्टाईन करते समय जागरूक भी करें तथा प्रतिदिन चिकित्सकों की टीम द्वारा जांच कर आवश्यक दवाईयों की आपूर्ति व लक्षणों के बारे में परिजनों को भी सावचेत करते रहें। उन्होंने होम क्वारेन्टाईन रोगियों को आवश्यक किट उपलब्ध कराने तथा प्रतिदिन भौतिक रूप से जांच कर चिकित्सकीय परामर्श देने के निर्देश भी दिये। उन्होंने आम लोगों को मास्क, सोशल डिस्टेंस की पालना के लिए प्रेरित करने तथा नियमों का पालन नहीं करने वाली संस्थाओं, नागरिकों के विरूद्ध नियमानुसार चालान की कार्यवाही करने के भी निर्देश दिये।

प्लाजमा के लिए करें प्रेरित
स्वायत्त शासन मंत्री ने समीक्षा के दौरान कहा कि कोटा रक्तदान में प्रदेश में अग्रणीय स्थान रखता है। कोरोना संक्रमित होने के बाद स्वस्थ्य हो चुके लोगों को प्लाजमा डोनेशन के लिए प्रेरित करें। सरकार द्वारा कोटा में प्लाजमा बैंक की स्थापना की गई है। इससे अधिक से अधिक लाभ लेकर प्लाजमा के माध्यम से संक्रमित व्यक्तियों को बेहतर उपचार प्रदान करें। उन्होंने ठीक हो चुके रोगियों का डॉटा तैयार कर उन्हें प्लाजमा डोनेशन के लिए तैयार कर भ्रांतियां दूर करने के निर्देश दिये। उन्होंने मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कोरोना वार्ड में भी रोगियों की नियमित जांच चिकित्सा अधिकारियों द्वारा करवाया जाना सुनिश्चित करने तथा सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिये।
शासन सचिव भवानी सिंह देथा ने कहा कि सामान्य रोगी भी अस्पताल में उपचार करा सकें यह सुनिश्चित कर कोरोना से बचाव के लिए जागृति अभियान पर विशेष ध्यान दें। संभागीय आयुक्त कैलाशचंद मीणा ने कोरोना रोकथाम के लिए संभाग में किये जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। उपमहानिरीक्षक पुलिस कोटा रेंज रविदत्त गौड ने पुलिस द्वारा किये गये कार्यों एवं सुपर स्प्रिट वाले नागरिकों को चिन्हित कर चिकित्सा विभाग के सहयोग से नमूने जांच करवाने के बारे में बताया।
जिला कलक्टर उज्जवल राठौड ने जिले में कोरोना रोकथाम के समय-समय पर किये गये प्रयासों एवं भविष्य की कार्ययोजना की जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक गौरव यादव ने बताया कि 15 हजार नागरिकों के चालान कोरोना गाइड लाइन की पालना नहीं करने पर किये गये हैं ।

मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विजय सरदाना ने बताया कि अभी तक 3732 कोरोना पॉजीटिव पाये गये हैं, कोरोना की वजह से हुई मृत्यु के कारणों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्लाजमा से 32 रोगियों का उपचार किया जा चुका है । अभी 7 प्लाजमा रिजर्व में रखे हुए हैं। उन्होंने कोरोना वार्ड की व्यवस्थाओं के बारे में भी बताया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. भूपेन्द्र सिंह तंवर ने बताया कि अभी कोटा में सामुदायिक संक्रमण जैसी स्थिति नहीं हैं। प्रतिदिन होम क्वारेन्टाईन नागरिकों की जांच के लिए भी विशेष टीम गठित की जा चुकी है। लगभग 1500 से 1800 सेम्पल कलेक्शन किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जनजागृति अभियान के लिए प्लान बनाकर नर्सिंग विद्यार्थियों को भी जोडा जायेगा। इस अवसर पर अतिरिक्त कलक्टर शहर आरडी मीणा, आयुक्त नगर निगम वासुदेव मालावत, सचिव यूआईटी राजेन्द्र सिंह केन, यूआईटी के पूर्व अध्यक्ष रविन्द्र त्यागी, सीईओ जिला परिषद टीकमचंद बोहरा सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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