डग,मनोहरथाना, खानपुर से प्रत्याशियों को बदलने की मांग
अनिल जैन व उनके समर्थक खुलकर मैदान में उतरे

राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की दूसरी लिस्ट जारी होने के बाद मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। जयपुर,राजसमंद,चित्तौड़गढ़,अलवर,बूंदी और उदयपुर के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का गढ़ कहे जाने वाले झालावाड़ जिले में भी भाजपा प्रत्याशियों का विरोध हो रहा हैं। अगर हम वसुंधरा राजे की झालरापाटन सीट को छोड़ दें तो जिले की बाकी शेष बची तीन सीटों डग,मनोहर थाना,और खानपुर विधानसभा में भाजपा प्रत्याशियों का विरोध शुरू हो गया है और लोग तीनों सीटों पर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से प्रत्याशियों को बदलने की मांग कर रहे हैं। बुधवार की सुबह डग विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी विधायक कालूराम मेघवाल के खिलाफ हरनी खेड़ा गांव में लोगों ने काले झंडे दिखाकर मुर्दाबाद के नारे लगाए। जिसके बाद शाम होते होते मनोहर थाना विधायक गोविंद रानी पुरियां के खिलाफ तंवर व भील समाज के लोग सड़कों पर उतर आए और गोविंद रानीपूरियां का पुतला फूंक कर मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए टिकट बदलने की मांग की है। गुरुवार की सुबह भी भाजपा के लिए अच्छी खबर लेकर नहीं आई। खानपुर से पूर्व विधायक अनिल जैन को टिकट नहीं मिलने से नाराज उनके समर्थकों ने नसीराबाद अकतासा व बकानी क्षेत्र के अन्य गांव में भाजपा प्रत्याशी विधायक नरेंद्र नागर के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रत्याशी बदलने की मांग की है। उधर टिकट नहीं मिलने से नाराज चल रहे अनिल जैन भी गुरुवार को खुलकर मैदान में आ गए। उन्होंने नसीराबाद व अकतासा गांव में विरोध कर रहे लोगों को संबोधित करते हुए कहा की भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को कार्यकर्ताओं की भावना का सम्मान करते हुए टिकट बदल देना चाहिए अगर केंद्रीय नेतृत्व टिकट नहीं बदलता है। खानपुर में इसका भाजपा को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि वे पार्टी के कार्यकर्ताओं और उनके समर्थकों का पूरा सम्मान करेंगे और अगर वे लोग कहेंगे तो वह चुनाव जरूर लड़ेंगे चाहे फिर भाजपा उन्हें उम्मीदवार बने या ना बनाएं। चारों तरफ से हो रहे विरोध के कारण झालावाड़ में भाजपा की मुश्किलें बढ़ गई है। अगर यह विरोध मतदान वाले दिन तक जारी रहता है तो परिणाम वाले दिन भाजपा को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।

विरोध: कहां कैसे और क्यों-
डग-भाजपा उम्मीदवार को लेकर विरोध की लपटे सबसे पहले झालावाड़ की डग विधानसभा सीट पर उठी, यहां से भाजपा उम्मीदवार कालू राम मेघवाल बुधवार सुबह अपने चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत करते हुए करनी खेड़ा गांव पहुंचे, लेकिन गांव पहुंचने से पहले ही गांव के बाहर लोगों ने उन्हें काले झंडे दिखाकर उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की,लोगों का आरोप है कि 5 साल विधायक लेते हुए कालूराम मेघवाल ने ना तो उनके गांव की सुध ली और नहीं कोई विकास कार्य करवाए सड़क,पानी और बिजली जैसी बुनियादी समस्याओं से आज भी लोग परेशान हैं। लेकिन कालूराम का कहना है कि लोगों को समस्याएं जैसी कोई बात नहीं है। दरअसल यहां से एक पूर्व विधायक भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया तो वे और उनके समर्थक माहौल खराब कर रहे हैं।

मनोहर थाना

डग का विरोध शांत भी नहीं हुआ था कि शाम होते-होते मनोहर थाना में भाजपा उम्मीदवार गोविंद रानीपुरियां के खिलाफ भी विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। भील व तंवर समाज के लोग उनके समाज के व्यक्ति को टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर सड़कों पर आ गए और मनोहर थाना में गोविंद रानीपुरियां का पुतला फूंक कर विरोध प्रदर्शन किया। भील समाज की जिला अध्यक्ष रोशनलाल भील का कहना है कि गोविंद रानीपुरियां पिछले चुनाव में वादा किया था कि वह अगला चुनाव नहीं लड़ेंगे और भील या तंवर समाज के किसी व्यक्ति को टिकट दिलवाने में सहायता करेंगे इसी शर्त पर दोनों समाज के लोगों ने उनका भरपूर सहयोग किया और चुनाव जितवाया लेकिन उन्होंने इस चुनाव में उन्होंने अपना वादा नहीं निभाया और खुद चुनाव लड़ने के लिए तैयार हो गए। इसलिए नाराज भील व तंवर समाज ने फैसला लिया है कि वह अपना एक संयुक्त प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतारेंगे और गोविंद रानीपूरियां को चुनाव हरवाएंगे।

खानपुर-गुरुवार की सुबह की झालावाड़ जिले में भाजपा के लिए अच्छी नहीं रही यहां की तीसरी महत्वपूर्ण खानपुर सीट पर भी भाजपा प्रत्याशी नरेंद्र नागर का विरोध शुरू हो गया। टिकट नहीं मिलने से नाराज पूर्व विधायक अनिल जैन व उनके समर्थक खुलकर नरेंद्र नागर के विरोध में आ गए। और बकानी क्षेत्र के नसीराबाद अकतासा व अन्य गांव में नरेंद्र नागर के खिलाफ जमकर नारेबाजी बाजी करते हुए भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से टिकट बदलने की मांग की। नसीराबाद व अकतासा में अनिल जैन ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए ऐलान कर दिया कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को कार्यकर्ताओं की इच्छा का सम्मान करना चाहिए। अगर टिकट नहीं बदला जाएगा तो भी वे जनता के फैसला का सम्मान करते हुए चुनाव मैदान में कूद सकते हैं चाहे भाजपा फिर उन्हें उम्मीदवार बनाए या ना बनाएं। जनता का हर फैसला उन्हें मंजूर है।

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