झालावाड़ राज परिवार की राजमाता महाराज राणा चंद्रजीत सिंह जी की माता स्वरूपा देवी धर्मपत्नी स्वर्गीय महाराज राणा इंद्रजीत सिंह जी का आकस्मिक देवलोक गमन सोमवार दोपहर उनके निजी निवास डिफेंस कॉलोनी दिल्ली में हो गया। राजमाता का लंबे समय से बीमार थी। उनका इलाज गंगाराम अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा किया जा रहा था।

झालावाड़ राज परिवार के से जुड़े लोगों ने बताया कि 80 वर्षीय राजमाता लंबे समय से कैंसर की बीमारी से पीड़ित चल रही थी। सोमवार को उनके निवास पर दोपहर बाद अचानक उनकी तबीयत और बिगड़ गई और उनका निधन हो गया। यह खबर जैसे ही झालावाड़ शहर के लोगों को मिली तो उनके झालावाड़ निवास कोठी पर समाज के लोग एकत्रित हो गए।

उनकी पार्थिव देह को 26 सितम्बर देर शाम को झालावाड़ लाया जाएगा। जहां अगले दिन 27 सितम्बर को उनके निजी निवास पृथ्वी विलास पैलेस के पीछे स्थित क्षार बाग में अंतिम संस्कार किया जाएगा।

राजमाता का जीवन परिचय
राजमाता स्वरूपा कुमारी उत्तराखंड रियासत के टेहरी गढ़वाल के महाराजा मानवेंद्र शाह साहिब बहादुर की पुत्री थीं। उनका का विवाह 19 अप्रैल 1968 को स्वर्गीय महाराज राणा इंद्रजीत सिंह जी झालावाड़ के साथ हुआ था। इनके दो पुत्र, एक पुत्री है। इनमें सबसे बड़े पुत्र महाराज चन्द्रजीत सिंह, उनसे छोटे अपराजित सिंह हैं। जबकि एक पुत्री राजीवनी झाला है। जिनका विवाह यूपी में हुआ है। राजपरिवार के सभी सदस्य झालावाड़ आते जाते रहते हैं।

Leave a Reply