रामपुरा आगुचा और जावर ग्रुप ऑफ माइंस को सस्टेनेबल खनन के लिए सीआईआई सिल्वर रेटिंग

वेदांता समूह की कंपनी और भारत में जिंक, लेड और सिल्वर के सबसे बड़े और एकमात्र एकीकृत उत्पादक हिंदुस्तान जिंक को सस्टेनेबल खनन कार्यों के लिए सीआईआई द्वारा ग्रीनको सिल्वर रेटिंग से सम्मानित किया गया है। सीआईआई गोदरेज जीबीसी द्वारा रामपुरा अगुचा माइन और जावर ग्रुप ऑफ माइंस को अपशिष्ट और सामग्री प्रबंधन, हरित बुनियादी ढाँचे और पारिस्थिति की, हरित आपूर्ति श्रृंखला, जीएचजी उत्सर्जन में कमी, नवीकरणीय ऊर्जा पहलों में उनके अनुकरणीय प्रदर्शन के लिए सिल्वर रेटिंग प्रदान की गयी है।
इस अवसर पर, हिंदुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण मिश्रा ने कहा कि, यह हमारी कंपनी के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है जो हमारे सतत विकास लक्ष्य को प्राप्त करने के हमारे प्रयासों को दर्शाती है। पारिस्थितिक रूप से स्थायी संचालन बनाए रखने के महत्वपूर्ण प्रयासों के लिए हमें मान्यता दी गई है। हम अपने आपूर्तिकर्ताओं को सतत विकास प्राप्त करने के हमारे साझा दीर्घकालिक लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अपनी सस्टेनेबल नीति अपनाने और अपने परिचालन में ईएसजी प्रदर्शन में सुधार करने के लिए सदैव प्रोत्साहित करते हैं।

यह मान्यता इस बात का परिणाम है कि हिंदुस्तान जिंक उत्कृष्ट परिभाषित लक्ष्यों को पूरा कर रहा है और एक स्थायी मूल्य-वृद्धि की यात्रा पर अग्रसर है। कंपनी ने 2050 तक नेट जीरो एमिशन के विजन को हासिल करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। कंपनी कार्बन फुटप्रिंट को कम करने, नवीकरणीय ऊर्जा में परिवर्तन, जलवायु जोखिम को कम करने और संसाधनों के संरक्षण के लिए अत्याधुनिक तकनीकों में लगातार निवेश कर रही है।
हाल ही में, हिंदुस्तान जिंक ने धातु और खनन क्षेत्र में शीर्ष 5 प्रतिशत ईएसजी स्कोर में स्थान प्राप्त करके 6वीं बार प्रतिष्ठित एसएण्डपी ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी इयरबुक में स्थान अर्जित किया है। धातु और खनन क्षेत्र के तहत एसएण्डपी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट में कंपनी के सतत प्रयासों के परिणामस्वरूप उन्हें विश्व स्तर पर तीसरा और एशिया प्रशांत क्षेत्र में पहला स्थान मिला है। पर्यावरण, सामाजिक और संचालन के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता को सीएपी 2.0,एसएण्डपी ग्लोबल प्लैट्स अवार्ड्स, सीआईआई नेशनल 5एस एक्सीलेंस अवार्ड, भामाशाह अवार्ड और कई अन्य उपलब्धियां प्राप्त की गई है।

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