अफगानिस्तान में हर तरफ मौत का खौफनाक मन्जर नजर आ रहा है। तालिबान के आतंकियों ने अफगानिस्तान की राजधानी को चारों तरफ से घेरकर घुसना शुरू कर दिया है। अफगान आर्मी उन्हें रोकने की कोशिश कर रही है। तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि वो बलपूर्वक काबुल पर कब्जा करना नहीं चाहते थे। पर ऐसा करना पड़ा है। तालिबान ने रविवार को पूर्वी शहर जलालाबाद पर भी कब्जा कर लिया है।

इसके अलावा कुनार प्रांत की राजधानी असदाबाद और पक्तिका प्रांत की राजधानी पर तालिबान के आतंकियों का कब्जा हो गया है। इससे पहले मजार-ए-शरीफ का बचाव कर प्रमुख अफगान लड़ाकू मार्शल अब्दुल राशिद दोस्तम और अत्ता मुहम्मद नूर तालिबान के शहर हारने के बाद अपने लड़ाकों और बेटों के साथ उज्बेकिस्तान भाग गए है।

शनिवार को तालिबान ने घोषणा की उसने उत्तरी इलाके के मजार-ए-शरीफ और मैमाना, देश के पूर्वी हिस्से में गार्डेज और मेहतरलाम पर कब्जा कर लिया। मई में लड़ाई तेज होने से तालिबान अब तक 20 से ज्यादा प्रांत की राजधानियों पर कब्जा कर चुके है।

इसी बीच अमेरिका ने बयान जारी कर कहा कि काबुल में उनके दूतावास पर रखे हुए दस्तावेज नष्ट कर दिए जाए। वो आतंकियों के हाथ नहीं लगने चाहिए। काबुल पर कब्जा होने के बाद तालिबानए अफगानिस्तान के प्रमुख नेताओं को बंदी बनाना यह जानकारों का मानना है कि आतंकी उनकी जान ले सकते है।

Leave a Reply