कोटा। 1.40 लाख रुपए की घूस मामले में बारां के निलम्बिल पूर्व जिला कलक्टर इन्द्रसिंह राव व उनके निजी सहायक (पीए) महावीर नागर को एसीबी ने सोमवार को पीसीपीएनडीटी कोर्ट में पेश किया। यहां एसीबी अधिकारियों ने दोनों आरोपियों के वॉयस सैंपल लेने के लिए अर्जी लगाई थी, लेकिन राव व नागर ने वॉयस सैंपल देने से इनकार कर दिया। हालांकि दोनों आरोपियों के बीच घूस को लेकर जो बातें हुई हैं, उसके इंटरसेप्ट एसीबी अधिकारियों के पास मौजूद हैं। ऐसे में इसकी पुष्टि के लिए यह अर्जी लगाई गई थी। कोर्ट में पेशी के दौरान वॉयस सैंपल देने के लिए निलंबित आईएएस अधिकारी राव और उनके पीए रहे नागर से पूछा गया तो दोनों ने ही इनकार कर दिया। एसीबी के सीआई रमेश आर्य ने बताया कि दोनों आरोपियों के मना करने के बाद उन्हें सैंपल देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता। ऐसे में अब एसीबी आगामी कार्रवाई जारी रखेगी। वहीं वॉयस सैंपल लेने के लिए एफ एसएल टीम कोर्ट पहुंची थी, लेकिन दोनों आरोपियों द्वारा न्यायाधीश के सामने सैंपल देने से इनकार करने पर एफ एसएल टीम बैरंग ही लौट गई। गौरतलब है कि पिछले दिनों कोटा एसीबी की टीम ने बारां के तत्कालीन जिला कलक्टर राव के पीए नागर को एक पेट्रोल पम्प की एनओसी जारी करने की एवज में 1.40 लाख रुपए की घूस लेते हुए गिरफ्तार किया था। रिश्वत मामले में राव और पीए दोनों फिलहाल कोटा केन्द्रीय कारागार में बंद हैं। दोनों की अदालत ने पूर्व में जमानत अर्जी खारिज कर दी थी।

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