भारत और चीन के बीच पिछले करीब चार महीने से तनातनी चल रही है. इसी बीच लद्दाख इलाके में कुछ चीनी सैनिकों ने भारतीय पोस्ट की तरफ बढ़ने की कोशिश की और इस दौरान कई दशकों के बाद पहली बार फायरिंग भी हुई. वहीं हमेशा की तरह चीन ने इस बार भी भारत की गलती बताकर अपना पल्ला झाड़ दिया. लेकिन अब चीनी सैनिकों की करतूत को दिखाती एक तस्वीर सामने आई है, जिसमें दिख रहा है कि चीनी जवान गलवान जैसी घटना को दोहर

चीनी सैनिकों की एक टुकड़ी की ये फोटो लद्दाख इलाके में ली गई है. सेना से जुड़े सूत्रों के हवाले से इस तस्वीर को जारी किया गया है. लेकिन तस्वीर में जो दिख रहा है, वो चीन के मंसूबों को दिखाता है.

इस तस्वीर में करीब 30 से ज्यादा चीनी सैनिक खड़े दिख रहे हैं, जिनके हाथों में लंबी लाठियां और उन लाठियों के आगे बंधा तेजधार हथियार है. साथ ही कुछ सैनिकों के हाथों में बंदूकें भी हैं. चीनी जवानों की ये टुकड़ी भारतीय पोस्ट को घेरने की तैयारी में थी, लेकिन समय रहते भारतीय जवानों ने उन्हें चेतावनी दी और वापस खदेड़ दिया.

ऐसी ही तैयारी चीनी सेना ने गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के दौरान भी की थी. जब भारतीय जवान पेट्रोलिंग के लिए गलवान घाटी पहुंचे तो वहां चीनी सैनिक पहले से ही कंटीली तारों वाले डंडे हाथों में लिए खड़े थे. बहस शुरू होने के बाद चीनी सैनिकों ने भारतीय जवानों पर इन हैंडमेड हथियारों से हमला कर दिया, जिसमें 20 भारतीय जवान शहीद हो गए. हालांकि चीन की तरफ भी भारी नुकसान बताया गया.

इस पूरे मामले को लेकर भारतीय सेना की तरफ से कहा गया,

चीन ने लगाया भारत पर आरोप

‘’भारत वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव कम करने के लिए प्रतिबद्ध है, जबकि चीन की तरफ से भड़काऊ गतिविधियां लगातार जारी हैं. किसी भी स्तर पर भारतीय सेना ने एलएसी को पार नहीं किया है.’’


चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने पीएलए की वेस्टर्न थिएटर कमांड के प्रवक्ता के हवाले से दावा किया था कि भारतीय सैनिकों ने 7 सितंबर को पैंगोंग त्सो के दक्षिणी किनारे के पास (एलएसी) को पार किया था.

प्रवक्ता के हवाले से ग्लोबल टाइम्स ने यह भी दावा किया था कि भारतीय सैनिकों ने वॉर्निंग शॉट्स फायर किए, जिसके बाद स्थिति को स्थिर करने के लिए चीनी सैनिकों को जवाबी कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा.

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