आंध्र प्रदेश में गोदावरी नदी के उफान पर होने के कारण पूर्वी और पश्चिम गोदावरी जिलों में कई गांव जलमग्न हैं। पड़ोसी तेलंगाना के भद्राचलम में जलस्तर 60 फुट पार करने के बाद राजामहेंद्रवरम के पास दोवलेश्वरम में सर ऑर्थर कॉटन बैरेज में सोमवार (17 अगस्त) को 18.27 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। अलर्ट का स्तर बढ़ाए जाने के मद्देनजर प्रशासन बाढ़ के पानी को बंगाल की खाड़ी में छोड़ रहा है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) ने बताया कि दोवलेश्वरम में दूसरे स्तर की चेतावनी दी गई है। बाढ़ के कारण पश्चिम गोदावरी जिले में 55 से ज्यादा गांव और पूर्वी गोदावरी जिले में करीब 100 गांव जलमग्न हैं। पूर्वी गोदावरी में बाढ़ प्रभावित गांवों से करीब 6,000 लोगों को सुरक्षित निकाला गया और उन्हें राहत शिविरों में पहुंचाया गया।
पश्चिम गोदावरी में भी करीब 2,000 लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया। गोदावरी की सहायक गौतमी, वशिष्ठ और व्यनतेया नदियों में भी जलस्तर बढ़ गया है। एहतियात के तौर पर प्रभावित गांवों की बिजली आपूर्ति रोक दी गई है।
एसडीएमए ने बताया कि राहत और बचाव अभियान के लिए नौका और अन्य उपकरणों के साथ एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को बाढ़ प्रभावित गांव भेजा गया है। आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने संबंधित अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की और युद्ध स्तर पर राहत अभियान चलाने को कहा।
भारी बारिश से तेलंगाना के कुछ हिस्सों में जन जीवन प्रभावित
दूसरी ओर, पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश के कारण तेलंगाना के विभिन्न हिस्से में जन जीवन प्रभावित हुआ है और निचले क्षेत्रों में जलजमाव हो गया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सोमवार (17 अगस्त) दोपहर एक बजे भद्राचलम में गोदावरी नदी का स्तर 60.7 फुट पर पहुंच गया। इस तरह जलस्तर खतरे के तीसरे निशान को भी पार कर गया है। राज्य में विभिन्न जगहों पर कई छोटी नदियां और जलाशय में जल स्तर बढ़ने से निचले क्षेत्रों में जलजमाव हो गया और परिवहन संपर्क पर भी असर पड़ा है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री एतेला राजेंद्र ने जलमग्न इलाकों का दौरा किया। उन्होंने कहा तेलंगाना के उत्तरी क्षेत्र में करीमनगर, वारंगल और खम्मम के कुछ भाग में भारी बारिश के कारण नदियां और जलाशय उफान पर हैं। उन्होंने कहा कि सरकार प्रभावित लोगों को भोजन आदि की तुरंत सहायता पहुंचाएगी और बाढ़ का पानी घटने के बाद अन्य मदद दी जाएगी।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने राज्य में प्रशासिक तंत्र को अलर्ट पर रखा है और जरूरत वाले स्थानों पर राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। मौसम विभाग ने कहा है कि सोमवार को राज्य के कुछ स्थानों पर बारिश होने का अनुमान है। कुछ स्थानों पर गरज के साथ भारी बारिश की भी चेतावनी दी गई है। नगरकुरनूल जिले में वर्षा जनित घटना में मकान ढहने से शनिवार (15 अगस्त) की रात एक बुजुर्ग और उनकी 50 वर्षीय बेटी की मौत हो गई।