हफ्तों तक टकराव के बाद सत्ताधारी नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के अध्यक्ष केपी शर्मा ओली और पुष्प कमल दहल समझौते की ओर बढ़ते दिख रहे हैं। पार्टी में बिखराव को रोकने के लिए तैयार ‘पैकेज डील’ के तहत कैबिनेट फेरबदल का दांव चलने की तैयारी है। माधव कुमार नेपाल और झालानाथ खनल जैसे वरिष्ठ नेताओं के समर्थन से पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड ओली से पीएम और पार्टी अध्यक्ष के पद से इस्तीफे की मां करते आ रहे थे।
नेपाली न्यूज वेबसाइट काठमांडू पोस्ट के मुताबिक ओली और दहल के बीच 13 अगस्त को बैठक के बाद यह फैसला लिया गया कि छह सदस्यों वाले एक टास्कफोर्स का गठन किया जाएगा, जो विवाद के निपटारे के रास्ते सुझाएगा। टास्क फोर्स में ओली, दहल और नेपाल की ओर से दो-दो सदस्य होंगे। आंतरिक सूत्रों के मुताबिक टास्क फोर्स गठन के तुरुंत बाद दहल-नेपाल खेमे की चिंताओं को संबोधित किया जाएगा।
विदेश मंत्री और स्टैंडिंग कमिटी के सदस्य प्रदीप ज्ञवाली ने बताया, ”मेरी समझ के मुताबिक, विवाद को दूर करने के लिए टास्क फोर्स पार्टी नेतृत्व को एक ब्लू प्रिंट देगा, जिसके बाद कम से कम एक बार कैबिनेट फेरबदल होगा।” पार्टी ने सोमवार सुबह सेक्रेट्रिएट बैठक बुलाई, जिसमें 6 सदस्यी पैनल के गठन की सिफारिश की जा सकती है।
पिछले महीने ओली और प्रचंड खेमे के बीच तनानती काफी बढ़ गई थी। दहल-नेपाल ने ओली से दोनों पदों से इस्तीफा मांग लिया था। स्टैंडिंग कमिटी के 44 में से 31 सदस्यों ने ओली से इस्तीफे की मांग की थी। हालांकि, ओली ने दहल को बैठक के राजी किया। नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी में बिखराव को रोकने के लिए चीन ने भी पूरा जोर लगा दिया था। चीनी राजदूत ने खुलेआम नेताओं से बात की और उन्हें एकजुट रहने को कहा।
पार्टी के भीतरी लोगों के मुताबिक टास्क फोर्स उन नेताओं के नाम भी सुझा सकता है जिन्हें कैबिनेट में शामिल किया जाएगा। कुछ राज्यों में मुख्यमंत्रियों को भी बदला जा सकता है। पहचान गोपनीय रखने की शर्त पर एक नेता ने काठमांडू पोस्ट को बताया कि दहल ने नेपाल और खनल के साथ कुछ समझौते किए हैं। ओली गौतम को कैबिनेट में उप प्रधानममंत्री के रूप में शामिल कर सकते हैं।