भीलवाड़ा, 17 अगस्त । भीलवाड़ा जिले के शाहपुरा तहसील कार्यालय में सोमवार को टोंक की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शाहपुरा में एक भूखंड की रजिस्ट्री कराने के मामले में एक दलाल (प्राइवेट कम्यूटर ऑपरेटर) को गिरफ्तार किया है। एसीबी ने रंगे हाथ 7500 रुपये भी दलाल राजेश शर्मा से जब्त किये है। परिवादी ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त एसीबी के सामने रखी जिसे स्वीकार कर लिया गया है। एसीबी टोंक के एएसपी विजयसिंह ने बताया कि शुक्रवार को हमें शिकायत मिली कि शाहपुरा तहसील कार्यालय में भूखंड की रजिस्ट्री कराने की एवज में 7500 रुपये मांगे गये है। इस शिकायत का सोमवार ही सुबह सत्यापन कराया गया है जो सही पायी गयी। सांय को रिश्वत की राशि 7500 रुपये राजेश शर्मा द्वारा प्राप्त करने की परिवादी के इशारे पर टीम ने राजेश शर्मा को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है। एएसपी विजय सिंह ने बताया कि राजेश शर्मा तहसील कार्यालय का कार्मिक नहीं है। राजेश शर्मा ने एसीबी को दर्ज कराये बयान में कहा है कि यह राशि तहसीलदार के कहने से ही ली गयी तथा बिना राशि वो रजिस्ट्री पर हस्ताक्षर नहीं करते। राजेश के इस बयान के बाद एसीबी शाहपुरा तहसीलदार रामकुमार टाड़ा व कैशियर रामलाल को भी संदेह के दायरे में लिया है उनसे पूछताछ की जा रही है। तहसीलदार टाड़ा ने कहा है कि ऐसा उनके द्वारा कभी नहीं कहा गया है। राजेश उनके कार्यालय का कार्मिक भी नहीं है। शाहपुरा तहसील में एसीबी कार्रवाई से अन्य विभागों में हड़कंप मच गया है।