गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड के लिए बार-बार अस्पताल नहीं जाना पड़ेगा। इजरायली वैज्ञानिकों ने एक ऐसा उपकरण ईजाद किया है, जिसे स्मार्टफोन से जोड़कर घर बैठे गर्भस्थ शिशु का विकास बयां करने वाली हर जानकारी हासिल की जा सकेगी। यह उपकरण उन महिलाओं के लिए बेहद कारगार साबित होगा, जो दूरदराज के इलाकों में रहती हैं या फिर जिनके पास बार-बार अस्पताल जाने का साधन उपलब्ध नहीं है।
‘पल्सएनमोर’ की ओर से विकसित उपकरण न सिर्फ बेहद हल्का है, बल्कि इसका इस्तेमाल भी काफी आसान है। महिलाएं इसे स्मार्टफोन से जोड़कर उसमें मौजूद कैमरे के जरिये पेट और उसके आसपास के हिस्से को स्कैन कर सकेंगी। इसके बाद संबंधित चित्र को ईमेल या सोशल साइट के जरिये डॉक्टर के पास भेजना मुमकिन होगा।
निर्माताओं के मुताबिक नया उपकरण गर्भावस्था में बार-बार अस्पताल जाने के झंझट से मुक्ति दिलाएगा। महिलाएं फोन से ही अल्ट्रासाउंड कर उसकी रिपोर्ट डॉक्टरों को भेज सकेंगी। वे घर बैठे जान पाएंगी कि बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास ठीक तरह से हो रहा है या नहीं।
95% मामलों में रिपोर्ट सही-
-प्रारंभिक अध्ययनों से पता चलता है कि यह उपकरण 95 फीसदी मामलों में दिल की धड़कन और शिशु का विकास दर्शाने वाले एमनियोटिक द्रव की पहचान करने में कामयाब रही।
जांच की प्रक्रिया बेहद आसान-
-महिला को पहले अपने पेट पर एक जेल लगाना होगा। इसके बाद फोन से जुड़ा स्कैनिंग उपकरण पेट पर गोल-गोल घुमाना पड़ेगा। फोन में भ्रूण का विकास दिखाने वाली सभी तस्वीरें खिंचती चली जाएंगी। एक खास एप्लीकेशन के जरिये डॉक्टर महिलाओं को अल्ट्रासाउंड की पूरी विधि भी समझा सकेंगे।