जयपुर। राजस्थान कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों ने सरकारी नियमों के तहत अपनी संपति का खुलासा किया है। बड़ी बात यह है कि शीर्ष पर बैठे ब्यूरोक्रेट्स करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव स्तर के 17 अधिकारियों की ओर से सरकार को दिए गए विवरण के अनुसार सर्वाधिक अचल संपत्ति 1985 बैच के आईएएस मधुकर गुप्ता के पास है। उनकी संपत्ति की कीमत 4.85 करोड़ से अधिक है।

जबकि पूर्व मुख्य सचिव डीबी गुप्ता के पास 3.43 करोड़, राजीव स्वरूप के पास 1.40 करोड़, रविशंकर श्रीवास्तव के 1.67 करोड़, वीनू गुप्ता के पास 3.43 करोड़, सुबोध अग्रवाल के 2.94 करोड़, शुभ्रा सिंह के 1.34 करोड़, रोहित कुमार सिंह के पास 1.14 करोड़, संजय मल्होत्रा के पास 2.36 करोड़ और आर वेंकटेश्वरण के पास 1.5 करोड़ रुपये की संपत्ति है। वहीं, निरंजन आर्य ने अपनी संपत्ति 98 लाख, राजेश्वर सिंह ने 76 लाख और नीलकमल दरबारी 17.54 लाख बताई है।

संपत्तियों की वर्तमान कीमत नहीं की घोषित

कई ऐसे अधिकारी है जिन्होंने अपनी संपत्ति की वर्तमान कीमत घोषित नहीं की है। इन संपत्तियों में कई उनके खुद के नाम पर हैं और कई पत्नी और अन्य रिश्तेदारों की साझेदारी या परिजनों के नाम से है। 1983 से 1990 बैच के 17 आला अधिकारियों में से गिरिराज सिंह की संपत्ति का ब्यौरा उपलब्ध नहीं है। इन अफसरों का जमीन से गहरा लगाव है। यही कारण है कि अधिकतर वरिष्ठ आईएएस अफसरों ने अपनी नौकरी के दौरान कई-कई अचल संपत्तियां खरीदी हैं। इनमें मकान-दुकान और रिहायशी व कृषि भूमि शामिल है। ये वो आईएएस अफसर हैं जो प्रशासनिक पायदान की चोटी पर बैठकर प्रदेश की संपूर्ण प्रशासन व्यवस्था चला रहे हैं।

खुलासे से बचने के लिए यूं निकाली गली

17 शीर्ष नौकरशाहों की सूची में कई अधिकारी ऐसे हैं जिन्होंने अपनी अचल संपत्ति की कई वर्षों पहले की खरीद कीमत तो बताई है, लेकिन वर्तमान कीमत नहीं बताई। इनमें प्रमुख तौर पर आईएएस नीलकमल दरबारी, सुबोध अग्रवाल, पीके गोयल और वी श्रीनिवास शामिल हैं। इन अधिकारियों ने घोषणा में वर्तमान कीमत बताने का प्रावधान होने पर भी या तो स्थानीय डीएलसी दर के मुताबिक लिखा है या फिर कह दिया की आकलन नहीं कराया। मुख्य सचिव राजीव स्वरूप ने 1 जनवरी 2020 की स्थिति में इस वर्ष अचल संपत्ति का ब्यौरा तो दिया है लेकिन उसमें संपूर्ण विवरण उपलब्ध नहीं है। जबकि पिछले वर्ष के शपथ पत्र में उन्होंने 2 संपत्तियों की घोषणा की थी।

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