वैक्सीन को लेकर शिवसेना का सरकार पर तंज
शिवसेना सांसद राउत ने सामना में लिखा-दिल्ली को इससे पहले इतना सुस्त नहीं देखा
सांसद राउत ने पूछा- पीएम मोदी नृत्य गोपाल दास के संपर्क में आए, क्या वे क्वारैंटाइन होंगे?
मुंबई 16 अगस्त । शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को सामना में अपने कॉलम ‘रोकटोक’ के जरिए कोरोना वैक्सीन को लेकर मोदी सरकार पर तंज कसा। उन्होंने लिखा कि रूस ने कोविड-19 की वैक्सीन बनाकर आत्मनिर्भरता का पहला लेसन दिया है। वहीं, भारत अभी भी ‘भाभीजी पापड़’ जैसे निराले उपाय अपनाने में व्यस्त है।
राउत ने लिखा- रूस ने आगे बढ़कर दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन बनाई। रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने देश का भरोसा जीतने के लिए इसे अपनी बेटी पर टेस्ट किया। जबकि, भारत में केंद्रीय राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवान सार्वजनिक दावा कर रहे हैं कि ‘भाभी जी पापड़’ कोरोना के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। बाद में वह खुद ही संक्रमित होकर एक्सपोज हो गए। वहीं, आयुष मंत्रालय दावा करता है कि आयुर्वेदिक दवाएं कोरोना के खिलाफ प्रभावी हैं। लेकिन, आयुष मंत्री श्रीपद नाइक भी संक्रमित हो गए हैं।
देश के कई मंत्री संक्रमित
राउत ने कहा- छह से ज्यादा केंद्रीय मंत्री कोरोना संक्रमित हैं। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और यहां तक की गृहमंत्री अमित शाह भी वायरस की चपेट में आए। सिर्फ रूस ने आगे बढ़कर वैक्सीन बनाई और वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) से पूछने की जहमत भी नहीं उठाई। इसे सुपर पॉवर कहते हैं।
पूछा- क्या पीएम मोदी क्वारैंटाइन होंगे?
राउत ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर ट्रस्ट के चेयरमैन महंत नृत्य गोपाल दास भी संक्रमित हुए हैं। उन्होंने पांच अगस्त को राम मंदिर के शिलान्यास समारोह में पीएम मोदी के साथ मंच साझा किया था। इसके साथ ही वह आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के संपर्क में आए थे। पीएम मोदी ने महंत के साथ हाथ भी मिलाया था। अब सवाल यह है कि क्या प्रधानमंत्री अब क्वारैंटाइन होंगे?
देश में 14 करोड़ बेरोजगार, सरकार सुस्त
राउत ने कहा कि 14 करोड़ लोग अब बेरोजगार हैं। लेकिन, सरकार के पास कोई काम नहीं है। दिल्ली कभी भी इतनी सुस्त नहीं नजर आई। उन्होंने कहा, “जब मुमताज बेगम की मौत हुई, तब मुगल सम्राट शाहजहाँ ने उनकी याद में ताजमहल बनवाया था। इसमें 20 साल लगे और यह 1652 में पूरा हुआ। लेकिन, इसने हजारों लोगों को रोजगार दिया। सुस्ती मदद नहीं करेगी। हर कोई काम की मांग कर रहा है। काम के बिना न कोई सरकार है और ना कोई प्रशासन, कुछ भी हासिल नहीं किया जा सकता है।”