नई दिल्ली :पीएम नरेंद्र मोदी ने आज देश के 74वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से चीन चेताते हुए कहा कि  लेकिन LOC से लेकर LAC तक, देश की संप्रभुता पर जिस किसी ने आंख उठाई है, देश ने देश की सेना ने उसका उसी भाषा में जवाब दिया है.  भारत की संप्रभुता का सम्मान हमारे लिए सर्वोच्च है.  इस संकल्प के लिए हमारे वीर जवान क्या कर सकते हैं, देश क्या कर सकता है, ये लद्दाख में दुनिया ने देखा है.  

हमारे पड़ोसी देशों के साथ, चाहे वो हमसे ज़मीन से जुड़े हों या समंदर से, अपने संबंधों को हम सुरक्षा, विकास और विश्वास की साझेदारी के साथ जोड़ रहे हैं. पीएम मोदी का यह बयान बीते जून में लद्दाख में हुई घटना को देखते हुए अहम है. पीएम मोदी ने लद्दाख में भारतीय सैनिकों के साथ हुई चीन की झड़प के बाद यह पहला मौका है जब उन्होंने एलएएसी का जिक्र किया है. हालांकि इससे पहले वह लद्दाख में भी जाकर चीन को साफ-साफ चेता चुके हैं. लेकिन उन्होंने चीन का नाम नहीं लिया था

पीएम के इस बयान पर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है, ‘सिर्फ बोलना काफी नहीं है.’

कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, ‘सिर्फ बोलना काफी नहीं है है, अगर उन्होंने जवाब दिया है तो हमें खुशी होगी. प्रधानमंत्री जो भी कहें उस पर हमें विश्वास करना चाहिए. लेकिन प्रधानमंत्री और उनकी सरकार वास्तविकता को वाकिफ है. वास्तविकता अच्छी नहीं है. अगर उन्होंने (चीनी सैनिकों) हमारे क्षेत्र में प्रवेश किया तो रक्षा मंत्री कुछ कहते है और प्रधानमंत्री कुछ और  ‘

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