करीब एक महीने की बगावत के बाद सचिन पायलट की कांग्रेस में घर वापसी तय हो गई है. अपनी बगावत को पद और प्रतिष्ठा की बात कहने वाले सचिन पायलट ने सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात की. कांग्रेस की ओर से एक कमेटी का गठन किया गया है, जो कि सचिन पायलट की सभी समस्याओं का समाधान करेगी. इन वादों के साथ ही सचिन पायलट मान गए हैं और जल्द ही वो कांग्रेस में किसी बड़े पद पर दिखाई दे सकते हैं.
राहुल-प्रियंका से मुलाकात के बाद सचिन पायलट ने मीडिया से बात की, उन्होंने कहा कि पार्टी पद देती है तो ले भी सकती है. हम आत्मसम्मान की लड़ाई लड़ रहे थे. इस बीच अब इस बात पर मंथन होगा कि सचिन पायलट की सम्मानजनक वापसी कैसे हो, पार्टी की ओर से उन्हें केंद्रीय नेतृत्व में कोई पद दिया जा सकता है.
ऐसे में राजस्थान में अशोक गहलोत अभी सीएम बने रहेंगे, लेकिन सचिन पायलट के करीबियों को मंत्रिमंडल में बड़ा पद मिल सकता है. इसके अलावा पार्टी की ओर से सचिन पायलट को मुख्यमंत्री पद का आश्वासन मिला है.

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को सचिन पायलट और उनके साथी विधायकों से मुलाकात की, सभी की बातें सुनी गईं. जिसके बाद मंगलवार को सभी विधायक जयपुर जा सकते हैं. यानी 14 अगस्त से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र से पहले ही कांग्रेस ने अपने घर को समेट लिया है. दूसरी ओर कांग्रेस आलाकमान ने अशोक गहलोत से भी बात की है, वो भी हॉर्स ट्रेडिंग मामले में नरमी बरतने को तैयार हैं.
सचिन ने अपने ट्वीट में लिखा है, “मैं श्रीमती सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और कांग्रेस पार्टी को धन्यवाद देता हूं. इन्होंने हमारी शिकायतों पर ध्यान दिया. मैं अपने विश्वास को लेकर दृढ़ हूं. मैं एक बेहतर भारत के लिए काम करता रहूंगा, ताकि राजस्थान के लोगों से किए गए वादों को पूरा किया जा सके और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा की जा सके.”
