जयपुर 10 अगस्त । राजस्थान में कांग्रेस के बाद अब भाजपा (BJP) की भी बाड़ेबंदी की तैयारी है. पार्टी ने 11 अगस्त को अपने तमाम विधायकों को जयपुर बुलाया है. विश्वास मत तक भाजपा विधायकों को होटल में ही रखने की तैयारी है. आज जयपुर में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के आवास पर प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां, उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ की मौजूदगी में कटारिया ने बाड़ेबंदी का ऐलान किया.
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने एक न्यूज़ चैनल से खास बातचीत में कहा कि सरकार के पास बहुमत नहीं है. अगर होता तो एक महीने से सीएम गहलोत को अपने विधायकों को पिंजरे में बंद नहीं करना पड़ता. जैमर लगा दिये गये हैं. विधायकों के आगे पीछे पुलिस है. ये डर साफ बता रहा है कि सरकार के लिए 14 अगस्त का दिन निर्णायक साबित होगा.
कटारिया ने कहा कि सरकार खुद विश्वास मत लेकर आयेगी. इस पर बहस होगी. और उसके बाद मत विभाजन होगा, जिसमें सरकार का भविष्य तय हो जायेगा.
उन्होंने कहा कि बाहर गये बीजेपी विधायक मंगलवार तक लौट आयेंगे. भाजपा एकजुट है और हमारे विधायकों को तोड़ने की कोई भी कांग्रेस की कोशिश कामयाब नहीं होगी.
विधायक दल की बैठक में हिस्सा लेंगी वसुंधरा राजे
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के विधायक दल की बैठक में आने पर कटारिया ने कहा कि मेरी उनसे बराबर बात हो रही है. वो भी विधायक दल की बैठक में आयेंगी. उनके माली को कोरोना हुआ है. उन्होंने भी टैस्ट कराया है. चिंता की कोई बात नहीं है. सब कुछ सामान्य हो जायेगा.
‘कांग्रेस ने दर्जनों बार सरकार गिराई’
प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि कांग्रेस ने दर्जनों बार चुनी हुई सरकारों को गिराया है. बूटा सिंह को तो सरकार गिराने की आदत ही हो गई थी. राजीव गांधी ने उन्हें सख्त हिदायत देते हुए यहां तक कह डाला था कि बूटा सिंह जी अपनी कृपाण को संभालिये. पूर्व पीएम इंदिरा गांधी ने भी कभी लोकतंत्र का सम्मान नहीं किया. सम्मान किया होता तो देश में आपातकाल नहीं लगता.
भाजपा विधायकों को लेकर राजेन्द्र गुढा के बयान पर सतीश पूनियां ने जमकर कटाक्ष किया और कहा कि ऐसी गीदड़ भभकियों से भाजपा के न तो विधायक डरते हैं और न ही कार्यकर्ता. सीएम की नियत में ही खोट है.
‘सीएम गहलोत हारी हुई फौज के नेता’
कटारिया ने सीएम गहलोत पर निशाने साधते हुए कहा कि उनसे अपना घर संभाला नहीं जाता और भाजपा पर आरोप लगाते हैं. मेवाड़ के भाजपा विधायकों को समय रहते हमने संभाल लिया. दुश्मन हमेशा कमजोर पर वार करता है. हमने हमारे विधायकों को साथ ले लिया है. जब दुश्मन हारता है, तो जाते-जाते भी नुकसान कर जाता है. गहलोत हारी हुई फौज के नेता हैं. ऐसी फौज लौटते-लौटते भी बिगाड़ा करती है. गहलोत के किले में असंतोष की आग है.