• सभी लश्कर के आतंकी हारून इलियास खुबेब के लिए काम करते थे
  • अटारी बॉर्डर और अन्य चैनलों से 12.5 लाख रुपए इन्हें भेजे गए थे 

    जम्मू-कश्मीर पुलिस को शनिवार को बड़ी कामयाबी मिली। पुलिस ने जम्मू में लश्कर-ए-तैयबा के फाइनेंसिंग नेटवर्क का भंडाफोड़ कर 6 आतंकियों को गिरफ्तार किया है। आईजी मुकेश सिंह ने बताया कि ये भविष्य में बड़ी वारदात को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे। उन्होंने कहा कि अभी ये नहीं कहा जा सकता कि वे 15 अगस्त को वारदात करने की साजिश कर रहे थे। लेकिन, इतना जरूर है कि वे कुछ बड़ा करने वाले थे।

    टिफिन बॉक्स में रुपए मिलने से सुराग मिला
    आईजी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 19 जुलाई को पुलिस ने एक टिफिन बॉक्स में 1.5 लाख रुपए पकड़े थे। इसके बाद उन्हें जम्मू में चल रहे एक आतंकी संगठन के फाइनेंसिंग नेटवर्क की जानकारी मिली थी। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने इस मामले में डोडा निवासी मुदासिर फारूक भट को पूछताछ के लिए बुलाया था। उसके आरोप स्वीकार करने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी निशानदेही पर 5 और लोगों को गिरफ्तार किया गया। इन सभी का संबंध लश्कर-ए-तैयबा से था।

    लश्कर आतंकी हारून के लिए काम करते थे
    पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों के नाम मुदासिर फारूक भट, तौकील अहमद भट, आसिफ भट, खालिद लतीफ भट, गाजी इकबाल और तारिक हुसैन मीर हैं। ये सभी हारून इलियास खुबेब के लिए काम करते थे। हारून भी डोडा का रहने वाला है और 1997 में पाकिस्तान में लश्कर के आतंकियों के साथ ट्रेनिंग ले चुका है। ट्रेनिंग के बाद वह डोडा आकर आतंकी गतिविधियों से जुड़ा रहा। 2006 में वह फिर से पाकिस्तान चला गया। तब से वह वहीं से लश्कर के लिए काम करता है।

    हवाला के जरिए लेनदेन हुआ, ऑनलाइन रुपये ट्रांसफर हुए
    हारून ने जम्मू में अपना नेटवर्क बनाया था। यह नेटवर्क पिछले दो-तीन सालों से लश्कर के लिए काम कर रहा था। इसी नेटवर्क का आबिद अहमद भट 2018 में एक मुठभेड़ में मारा गया था। जमालदीन नाम का एक आतंकी 2019 में गिरफ्तार किया गया था। मौजूदा समय में वह जेल में है। इन लोगों को आतंकी गतिविधियां करने के लिए रुपए भी दिए जा रहे थे। अटारी बॉर्डर और अन्य चैनलों के जरिए कुल 12.5 लाख रुपए उन्हें भेजे गए थे। मुंबई के जरिए हवाला लेनदेन भी हुआ था और कुछ रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किए गए थे।

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