जोधपुर जिले के एक गांव में खेत में 11 लोगों की लाशें बिखरी अवस्था में मिली हैं। सभी मृतक पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थी थे। सभी मृतक एक ही परिवार के सदस्य बताए जा रहे हैं। इस परिवार का एक सदस्य जीवित मिला है। वो अपनी झोपड़ी के बाहर पड़ा हुआ था। यह सभी Dechu इलाके के Lodta गांव के रहने वाले हैं।
जीवित मिले परिवार के सदस्य का दावा है कि उसे नहीं मालूम कि घऱ के सभी लोगों की मौत कैसे हुई है? उसने आशंका जाहिर की है कि इन सभी की मौत शनिवार की देर रात हुई है। यहां के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) राहुल बरहट का कहना है कि अभी इन सभी मौतों की वजह का पता लगाया जा रहा है। हालांकि शक है कि इन सभी ने रात के वक्त कोई कैमिकल पीकर आत्महत्या की है।
पुलिस का कहना है कि झोपड़ी के पास से कैमिकल की महक आ रही थी जिसकी वजह से इस बात की आशंका जाहिर की जा रही है। पुलिस के मुताबिक यह सभी पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू थे और शरणार्थी बनकर यहां आए थे। सभी लोग भिल समुदाय से तालुल्क रखते हैं। इन सभी ने कुछ जमीन खेती के लिए ले रखी थी और खेत के पास ही झोपड़ी बनाकर रहते थे।
पुलिस के मुताबिक इन सभी के शरीर पर किसी भी प्रकार के घाव के निशान अभी तक नहीं पाए गए हैं। हालांकि फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड की टीम को लेकर बुलाकर मौका-ए-वारदात की गहरी छानबीन की गई है। शुरुआती जांच में ऐसी भी बात सामने आ रही है कि परिवार में किसी बात को लेकर पहले से ही झगड़ा चला आ रहा था।