टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया का बुरा दौर लगातार जारी है। मौजूदा फाइनेंशियल ईयर की पहली तिमाही में कंपनी का घाटा बढ़कर 25,460 करोड़ रुपये के लेवल पर पहुंच गया है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 4,874 करोड़ रुपये था। बकाये के लिए प्रावधान की वजह से कंपनी का घाटा बढ़ा है। शेयर बाजार को कंपनी ने यह जानकारी दी है। कंपनी ने 19,923.20 करोड़ रुपये के बकाये का प्रावधान किया है। इस राशि में विलय से जुड़ी लागत, लाइसेंस, फीस, एजीआर के तौर पर सरकारी बकाया और वन टाइम स्पेक्ट्रम चार्ज शामिल है। यही नहीं ऑपरेशंस से रेवेन्यू में भी कंपनी को 5.42 पर्सेंट की गिरावट का सामना करना पड़ा है। जून में समाप्त तिमाही में कंपनी को 10,659.30 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल हुआ है।

वोडाफोन आइडिया के सीईओ रविंद्र टक्कर ने कहा, ‘वित्त वर्ष 2021 की पहली तिमाही हमारे लिए चुनौतीपूर्ण रही है। स्टोर्स के बंद रहने से रिचार्ज उपलब्ध नहीं कराए जा सके। इसके अलावा लॉकडाउन के संकट से लोग आर्थिक तौर पर प्रभावित थे और उनकी रिचार्च कराने की क्षमता पर इसका असर दिखा है।’ कंपनी के प्रति यूजर औसत रेवेन्यू (ARPU) में भी गिरावट आई है। जून तिमाही में ARPU 114 रुपये ही रहा है, जो मार्च में समाप्त हुई तिमाही में 121 रुपये था। कंपनी पर कुल 1,18,940 करोड़ रुपये बकाया है, जिसमें स्पेक्ट्रम पेमेंट के तौर पर सरकार को बकाया 92,270 करोड़ रुपये की रकम शामिल है।

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